तू भूल बैठा है मुझे ना जाने किसकी खातिर, तरसी है आंखे एक तुझे देखने की खातिर,।। तू भूल बैठा है मुझे ना जाने किसकी खातिर, तरसी है आंखे एक तुझे देखने की खातिर...
अब तो हुकूमत ने भी के दिया आत्मनिर्भर बनो लगता है हुकूमत का भी ज़मीर मर गया। अब तो हुकूमत ने भी के दिया आत्मनिर्भर बनो लगता है हुकूमत का भी ज़मीर मर गया।
एहसास से लिपटे थे ख्वाहिशों की दुनिया ये उन दिनों का प्यार था। एहसास से लिपटे थे ख्वाहिशों की दुनिया ये उन दिनों का प्यार था।
वो अक्स है मेरा , उसे मेरे साथ रह जाने दो। वो अक्स है मेरा , उसे मेरे साथ रह जाने दो।
मंज़िल है तू मेरी ।चल दूँगा एक दिन पाने ।।अगर मिले राह में काँटे ।फूल समझ के कुचल दूँगा मैं ।। मंज़िल है तू मेरी ।चल दूँगा एक दिन पाने ।।अगर मिले राह में काँटे ।फूल समझ के कुचल...
इन कविताओं ने मुझे, मेरे प्यार-सा कर दिया...! इन कविताओं ने मुझे, मेरे प्यार-सा कर दिया...!